कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में सबसे बुरा प्रभाव महाराष्ट्र पर पड़ा था। कोरोना का कहर झेलने वाले महाराष्ट्र पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल केरल के साथ-साथ महाराष्ट्र में फिर से मामले बढ़ रहे हैं। एक्टिव केस के मामले में यह देश में दूसरे नंबर पर है। इससे भी बड़ी चिंताजनक बात यह है कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा गठित कोविड टास्क फोर्स ने राज्य में जल्द ही कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र को सावधान रहने के संकेत दे दिए हैं।
सितंबर-अक्टूबर में आ सकती है लहर
कोविड टास्क फोर्स ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर सितंबर या अक्टूबर में आ सकती है। यह टास्क फोर्स कोरोना की स्थिति पर नजर रखने के लिए और इस महामारी से निपटने में सलाह देने के लिए गठित की गई है। हाल ही में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोविड टास्क फोर्स के साथ अहम बैठक की थी। इसमें कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका समेत स्वास्थ्य सुविधाओं, ऑक्सीजन के इंतजाम और महामारी को रोकने को लेकर चर्चा की गई थी। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण स्थिति बदतर हो गई थी और इसके कारण कई लोगों को अपनी जानें गंवानी पड़ी थीं।
हो चुकी हैं सवा लाख से ज्यादा मौतें
देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले और मौतें महाराष्ट्र में ही दर्ज हुई हैं। यहां पर कोरोना वायरस के ६३ लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए और १.३४ लाख से ज्यादा मौतें हुईं । राज्य में अब तक ६१ लाख से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए हैं। मंगलवार को ही राज्य में १३७ मौतें और ५,६०९ मामले दर्ज किए गए हैं। साथ ही इन्हीं २४ घंटों में ७,७२० मरीज ठीक हुए थे। फिलहाल राज्य में सबसे ज्यादा मामले मुंबई, ठाणे, पालघर में सामने आ रहे हैं।